पीएम मोदी का बड़ा बयान: ‘1947 में सरदार पटेल की सलाह मानी होती तो नहीं होता पहलगाम हमला’

न्यूज डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के अहमदाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि यदि 1947 में भारत के विभाजन के समय तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की सलाह पर अमल किया गया होता, तो जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुआ आतंकवादी हमला कभी नहीं होता। पीएम मोदी ने यह भी दावा किया कि यदि उस समय सरदार पटेल की सलाह मानी गई होती, तो भारत को पिछले 75 वर्षों से आतंकवाद की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।

गुजरात में ’20 वर्षों की शहरी विकास यात्रा’ के उत्सव के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, “1947 में माँ भारती को तीन हिस्सों में बाँट दिया गया। उसी रात कश्मीर की धरती पर पहला आतंकी हमला हुआ। पाकिस्तान ने मुजाहिदीन के नाम पर आतंकवादियों की मदद से भारत का हिस्सा हड़प लिया। अगर उस दिन उन आतंकवादियों को खत्म कर दिया गया होता और सरदार पटेल की सलाह मानी गई होती, तो 75 साल से चली आ रही आतंकवादी घटनाओं का सिलसिला नहीं देखना पड़ता।”

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि पाकिस्तान ने जब यह समझ लिया कि वह भारत को युद्ध में हरा नहीं सकता, तो उसने आतंकवाद के रूप में ‘प्रॉक्सी वॉर’ शुरू की। उन्होंने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा कि 22 अप्रैल 2025 को हुए इस हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए जवाब दिया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया।

मोदी ने यह भी दोहराया कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाएगा और पाकिस्तान को अपनी आतंकी संरचना खत्म करनी होगी। उन्होंने कहा, “भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। हम आतंकियों और उनके प्रायोजकों को धरती के किसी भी कोने में ढूंढकर सजा देंगे।”

इसके साथ ही, पीएम ने गुजरात में 5,536 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। उनके इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, क्योंकि यह बयान भारत-पाकिस्तान संबंधों और आतंकवाद के खिलाफ भारत की कठोर नीति को रेखांकित करता है।

Leave a Comment