न्यूज डेस्क: छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (एमसीबी) जिले के चिरमिरी शहर में 27 जून को भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा निकाली जाएगी। इस अवसर पर पूरे छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न हिस्सों में रथयात्रा का आयोजन किया जाएगा, लेकिन चिरमिरी का श्री जगन्नाथ मंदिर अपनी विशिष्टता के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जगन्नाथ मंदिर है, जो 95 फीट ऊंचा और ग्यारह काठियों से निर्मित है। पोड़ी क्षेत्र में स्थित इस मंदिर का निर्माण श्रमदान और जनसहयोग से हुआ है, जो इसे और भी खास बनाता है।
रथयात्रा को लेकर मंदिर में तैयारियां जोर-शोर से पूरी हो चुकी हैं। भक्तों में उत्साह का माहौल है और शहर में धार्मिक उल्लास छाया हुआ है। मंदिर प्रबंधन समिति ने रथ को सजाने और यात्रा के मार्ग को व्यवस्थित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की मूर्तियों को भव्य रथ पर विराजमान कर नगर भ्रमण कराया जाएगा। इस दौरान भक्तों द्वारा भक्ति भजनों और कीर्तन के साथ रथ को खींचने की परंपरा निभाई जाएगी।
चिरमिरी की रथयात्रा में स्थानीय लोगों के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों से भी हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे। मंदिर परिसर में विशेष पूजा-अर्चना और अनुष्ठानों का आयोजन किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्थानीय प्रशासन ने भी पुख्ता इंतजाम किए हैं, ताकि यात्रा निर्बाध और शांतिपूर्ण संपन्न हो।
यह रथयात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। चिरमिरी के इस मंदिर ने अपनी भव्यता और आध्यात्मिकता से पूरे छत्तीसगढ़ में एक विशेष स्थान बनाया है। भक्तों का मानना है कि रथयात्रा में शामिल होने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इस पवित्र अवसर पर चिरमिरी एक बार फिर भक्ति के रंग में डूबने को तैयार है।