न्यूज डेस्क: मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास, कौशल उन्नयन और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रतलाम में मध्य प्रदेश रीजनल इंडस्ट्री स्किल एंड एम्प्लायमेंट कॉन्क्लेव (एमपी राइज 2025) का भव्य आयोजन हुआ। इस कॉन्क्लेव का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया। इस अवसर पर उन्होंने रीवा, सागर, आलीराजपुर और पीथमपुर में रोजगारमूलक औद्योगिक इकाइयों का वर्चुअल माध्यम से भूमिपूजन और लोकार्पण भी किया। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने रतलाम के प्रतापनगर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नए कार्यालय का भूमिपूजन किया।
एमपी राइज 2025 का उद्देश्य मध्य प्रदेश को औद्योगिक और कौशल विकास के क्षेत्र में अग्रणी बनाना है। इस कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों, नीति निर्माताओं, और कौशल प्रशिक्षण विशेषज्ञों ने भाग लिया, जिन्होंने राज्य में निवेश, रोजगार सृजन, और युवाओं के कौशल विकास पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मध्य प्रदेश सरकार औद्योगिक नीतियों को और सरल बनाएगी ताकि अधिक से अधिक निवेश आकर्षित हो और स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हों। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एमपी राइज 2025 मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर भारत के विजन में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
कॉन्क्लेव में विभिन्न क्षेत्रों जैसे विनिर्माण, सूचना प्रौद्योगिकी, और नवीकरणीय ऊर्जा पर आधारित सत्र आयोजित किए गए। इसके साथ ही, युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों की शुरुआत की गई, जो उन्हें आधुनिक तकनीकों और उद्योगों की जरूरतों के अनुरूप तैयार करेंगे। रीवा, सागर, आलीराजपुर, और पीथमपुर में शुरू होने वाली औद्योगिक इकाइयों से हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा लक्ष्य मध्य प्रदेश को औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करना है, जहां युवाओं को न केवल रोजगार मिले, बल्कि वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन सकें।” इस आयोजन ने राज्य के विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया और उद्योगों के साथ-साथ स्थानीय समुदायों के लिए नए अवसरों का मार्ग प्रशस्त किया।