न्यूज डेस्क: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज भुज एयरफोर्स स्टेशन पर भारतीय वायुसेना के जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, यह तो बस एक ट्रेलर था।” यह बयान आतंकवाद के खिलाफ भारत की कठोर नीति और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। ऑपरेशन सिंदूर, जिसे हाल ही में पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए शुरू किया गया था, ने वैश्विक स्तर पर भारत की सामरिक ताकत का प्रदर्शन किया है।
रक्षामंत्री ने कहा, “हमारी सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत सटीकता, सावधानी और मानवता के साथ आतंकी कैंपों को तबाह किया। यह नया भारत है, जो आतंकवाद के खिलाफ सरहद के इस पार और उस पार दोनों जगह प्रभावी कार्रवाई करता है।” उन्होंने वायुसेना के जवानों की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि उनकी तैयारियों और समर्पण ने भारत की क्षमताओं को दुनिया के सामने स्पष्ट कर दिया।
सिंह ने यह भी जोड़ा, “पिछले 35-40 वर्षों से भारत सीमा पार से प्रायोजित आतंकवाद का सामना कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर ने साबित किया कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकता है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह ऑपरेशन भारत की राजनीतिक, सामाजिक और सामरिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है।
भुज एयरफोर्स स्टेशन पर जवानों के साथ बातचीत में रक्षामंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत की सेनाएँ किसी भी चुनौती के लिए तैयार हैं। “हमने हनुमान जी के उस आदर्श का पालन किया है, जिसमें उन्होंने सिर्फ दोषियों को दंडित किया था। हमने भी वही किया—केवल उन्हें निशाना बनाया जिन्होंने हमारे मासूमों को नुकसान पहुँचाया।”
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने 9 आतंकी कैंपों को नष्ट किया और बड़ी संख्या में आतंकियों को मार गिराया। इस ऑपरेशन की खासियत इसकी सटीकता रही, जिसमें किसी भी निर्दोष को नुकसान नहीं पहुँचा। रक्षामंत्री के इस बयान ने स्पष्ट कर दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और तेज करेगा।
उन्होंने जवानों को प्रेरित करते हुए कहा, “आप भारत की शान हैं। आपकी वीरता और बलिदान ने देश को गौरवान्वित किया है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता आपकी मेहनत का परिणाम है।” भुज में यह दौरा और रक्षामंत्री का बयान न केवल सेना के मनोबल को बढ़ाने वाला है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति में कोई ढील नहीं बरतेगा।