न्यूज डेस्क: छत्तीसगढ़ के सभी राशनकार्ड धारकों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। भारत सरकार की ‘एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड’ योजना के तहत राज्य में आधार प्रमाणीकरण आधारित खाद्यान्न वितरण को पूरी तरह लागू किया जा रहा है। इसके लिए सभी राशनकार्ड धारकों के परिवार के प्रत्येक सदस्य का ई-केवायसी (इलेक्ट्रॉनिक-नो योर कस्टमर) सत्यापन 30 जून 2025 तक अनिवार्य रूप से पूरा करना होगा। यदि यह प्रक्रिया समय पर पूरी नहीं की गई, तो राशनकार्ड धारकों को रियायती दरों पर खाद्यान्न प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है या उनका राशनकार्ड निष्क्रिय किया जा सकता है।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने स्पष्ट किया है कि ई-केवायसी का उद्देश्य सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) को पारदर्शी और प्रभावी बनाना है। यह प्रक्रिया डुप्लिकेट या फर्जी राशनकार्ड को हटाने और सही लाभार्थियों तक खाद्यान्न पहुंचाने में मदद करेगी। ‘एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड’ योजना के तहत राशनकार्ड धारक देश के किसी भी हिस्से में उचित मूल्य की दुकानों से राशन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आधार-आधारित बायोमेट्रिक सत्यापन जरूरी है।
ई-केवायसी के लिए राशनकार्ड धारकों को अपने नजदीकी उचित मूल्य दुकान (राशन दुकान) या कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर जाना होगा। वहां आधार नंबर, नाम, पता और अन्य विवरणों का सत्यापन किया जाएगा। विभाग ने सभी राशन दुकानों पर बायोमेट्रिक उपकरण और प्रशिक्षित कर्मचारियों की व्यवस्था की है।खाद्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यह प्रक्रिया सरल और निःशुल्क है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे अंतिम तिथि से पहले ई-केवायसी पूरा कर लें, ताकि राशन वितरण में किसी तरह की बाधा न आए। जागरूकता के लिए राज्यभर में शिविर भी आयोजित किए जा रहे हैं। अधिक जानकारी के लिए नागरिक अपने नजदीकी राशन दुकान या विभागीय वेबसाइट पर संपर्क कर सकते हैं।