न्यूज डेस्क: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुशासन तिहार के तहत विभिन्न जिलों में विकास कार्यों की सौगातें दीं और पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार पर जमकर निशाना साधा। साय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की बघेल सरकार ने जल जीवन मिशन को लागू करने में गंभीर लापरवाही बरती, जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की सुविधा प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस मिशन को प्राथमिकता दे रही है और हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सुशासन तिहार के तहत हाल ही में बालोद, नारायणपुर और कांकेर जिलों में आयोजित समाधान शिविरों में सीएम साय ने विकास कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत लाभार्थियों को पक्के मकानों की चाबियां सौंपी और कांकेर के ग्राम मांदरी में 3.90 करोड़ रुपये के निर्माण कार्यों को मंजूरी दी। इसके अलावा, नारायणपुर के बासिंग में बीएसएफ कैंप परिसर में चौपाल लगाकर ग्रामीणों से सीधा संवाद किया और 1 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की घोषणा की, जिसमें पुलिया, खेल मैदान, आंगनबाड़ी भवन और सीसी सड़क शामिल हैं। जशपुर के दोकड़ा में भी कॉलेज स्थापना, शिव मंदिर जीर्णोद्धार और मिनी स्टेडियम जैसी योजनाओं की सौगात दी गई।
सीएम साय ने बघेल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन बिछाने और नल कनेक्शन देने में भारी अनियमितताएं हुईं। कई गांवों में पाइप तो बिछाए गए, लेकिन पानी की सप्लाई शुरू नहीं हुई। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने इन कमियों को सुधारने के लिए तेजी से कदम उठाए हैं और जल संवर्धन मिशन के तहत भू-जल संरक्षण को बढ़ावा दिया जा रहा है। साय ने यह भी कहा कि उनकी सरकार पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन के जरिए जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान कर रही है।यह सियासी बयानबाजी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और भाजपा के बीच तनाव को और बढ़ा सकती है।